चुनावी हाइकू
(1 )
देश प्रेम कि डोर
बाते हुई चुनावी
मुद्दे , हे ! राम !
(2 )
एक दूजे की
बस टांग खिचाई
ये , राजनीति ?
(3 )
वोट का तो ये
हक़ है मानव को
सही उम्र पे !
(4 )
मतदान की
है एक भाषा , देखो
सुनो , हो विचार !
(5 )
शक्ति वोट की
आजमा के तो देखो
गर्व करोगे !
सुनील गज्जाणी